कभी अकेले स्कूल जाने में डर लगता था ..
आज अकेले ही दुनिया घूम लेते है ..
कभी छोटी सी चोट लगने पे रोते थे ...
आज दिल टूट जाने पे भी संभल जाते है ..
कभी हम दोस्तों के साथ रहते थे ..
आज दोस्त बस हमारी यादों में रहते है ..
कभी रूठना मनाना तो रोज़ का काम था ..
आज बस एक लड़ाई में रिश्ते ही खो जाते है ..
उन छोटी राहों में कब वो बचपन चला गया ..
और हम सोचते रहे हमें जीना आ गया ..
सच में,, ज़िन्दगी ने बोहोत कुछ सिखा दिया ..
न जाने कब हमको इतना बड़ा बना दिया ...