Monday, May 31, 2010

Mujhko..

गुनगुनाते हुए कभी युहीं सहला दे मुझको
उँगलियाँ फेर कर बालों में सुला दे मुझको..
गुलदान के फूलों में महकता रहेगा
घर के किसी कोने में लगा दे इस दिल को..
याद करके मुझे तकलीफ ही होगी
एक किस्सा हूँ पुराना भुला दे मुझको...
डूबते डूबते आवाज़ तेरी सुन जाऊं
आखरी बार तू साहिल से सदा दे मुझको...

अगर

हर ख्वाब अगर पूरा होता,
तो दुनिया में इश्क ना होता..
बस यही सोचकर आज भी तेरे ख्वाब देखते है हम...
हर दुआ में अगर वो असर होता,
तो कोई टुटा दिल ज़ख़्मी ना होता...
के शायद इसीलिए अक्सर दुआओं में तुझे मांगते है हम...
और हर चाहत ग़र परवान चढ़े,
तो दुनिया में कशिश ही ना होगी,
बस इसीलिए आज भी तुझसे प्यार करते है हम...

रुक जाओ....

रुक जाओ के इस दिल में एक कसक अभी बाकी है..
नशा वो पहली नज़र का,
वो असर अभी बाकी है...
न अब वो हसी महफ़िल है , न मौसम है बहारों का,
पर एहसास उस रात की मुलाकात का ,
वही जस्बात अभी बाकी है...
महसूस तुम ना कर सके ये दर्द-ओ-ग़म, ये तडपना जिसका,
एक अरमां उसी टूटे दिल का,
के एक हसरत अभी बाकी है...
मजबूर ये हालात है और बेबसी मेरी निगाहों में,
वही बेरुखी, वही सिलवट तेरी आवाज़ में ,
और वही चुभन अभी बाकी है...
पैग़ाम दे रही है ये नज़रे तेरी बेवफाई का,
मिल चुका है हर जवाब,
पर फिर भी, एक सवाल अभी बाकी है...
रुक जाओ के इस दिल में एक कसक अभी बाकी है...

रुक जाओ....

रुक जाओ के इस दिल में एक कसक अभी बाकी है..
नशा वो पहली नज़र का,
वो असर अभी बाकी है...
न अब वो हसी महफ़िल है , न मौसम है बहारों का,
पर एहसास उस रात की मुलाकात का ,
वही जस्बात अभी बाकी है...
महसूस तुम ना कर सके ये दर्द-ओ-ग़म, ये तडपना जिसका,
एक अरमां उसी टूटे दिल का,
के एक हसरत अभी बाकी है...
मजबूर ये हालात है और बेबसी मेरी निगाहों में,
वही बेरुखी, वही सिलवट तेरी आवाज़ में ,
और वही चुभन अभी बाकी है...
पैग़ाम दे रही है ये नज़रे तेरी बेवफाई का,
मिल चुका है हर जवाब,
पर फिर भी, एक सवाल अभी बाकी है...
रुक जाओ के इस दिल में एक कसक अभी बाकी है...


Sunday, May 30, 2010

Why....

Why do my night seems so long,
When I am to see you next day..
Why do my moments becomes rosy red,
When you are about to say..
Why do people say I go crazy,
When you are around..
Why do I just feel like flying,
Walking with you on the gorund..
Why do you make my eyes sparkle
twinkling like a fairyland..
Why do you make my heart crying
Just sweetly holding my hand..
Why dont time stand still
When you are with me..
Why do I feel that you are made only for me...

Tum.....

कैसे कहूँ तुमसे,
के तुम मेरे क्या हो..
मोहब्बत की राहों में खोये,
इस दिल की पहली और आखरीं तम्मना हो...
पलकों की दहलीज़ पे संजोये,
मेरे हसीं ख्वाबों का जहाँ हो...
सपनो में जिसे बसाये रखा,
तुम वही चाहत का आशियाँ हो...
लबों की हर मुस्कराहट हो,
हर हसी हो, हर कहकशां हो...
अब हर पल जिसे गुनगुनाती हूँ मैं,
तुम वही प्यारा सा नग़मा हो...
कैसे कहूँ तुमसे,
के तुम मेरे क्या हो...
मेरे लिए तो तुम ही ज़मीन हो,
तुम ही आसमां हो...
और जी रही हूँ जिसके लिए मैं,
वही आरज़ू हो, वही अरमां हो....

क्यूँ ?

ए खुदा इतनी बेबसी क्यूँ है ?
वो मेरा जिस्म, मेरी रूह सभी क्यूँ है ?
सारे आलम को छोड़ हमको न जाने
भाता कमबख्त एक वही क्यूँ है ?
रात दिन जिसे चाहा है ज़िन्दगी की तरह ,
चाहत में फिर भी उसकी ये कमी क्यूँ है ?
सुनते थे ज़माने की हर ख़ुशी है, मोहब्बत तेरे दम से ,
फिर ग़म-ए- इश्क में इन पलकों पे ये नमी क्यूँ है ?

Wednesday, May 19, 2010

शायद...

अब के बहार आई है मेरी गली में,
मैं समझी,,, के आप यहाँ आए थे शायद.....
हज़ारों फूल खिल उठे है इन विरान राहों पर,
मैं समझी,,, आप ही की ये मुस्कराहट है शायद....
जी उठे है हर एहसास इस तनहा सी बस्ती के,
मैं समझी,,, आप ने इन्हें छुआ था शायद...
इस विराने में इतनी रोशनी है के माहताब भी नज़रे चुराए,
मैं समझी,,, आपने इन्हें नज़र उठा के देखा था शायद....
फिर मैंने सोचा,
के क्या ये मुमकिन है के आप इस गली में हो और मैं बेखबर रहूँ ?
आँख खुलते ही ये यकीन हुआ...
के मैंने य इ एक हसीं ख्वाब देखा था शायद...

शायद...

अब के बहार आई है मेरी गली में,
मैं समझी,,, के आप यहाँ आए थे शायद.....
हज़ारों फूल खिल उठे है इन विरान राहों पर,
मैं समझी,,, आप ही की ये मुस्कराहट है शायद....
जी उठे है हर एहसास इस तनहा सी बस्ती के,
मैं समझी,,, आप ने इन्हें छुआ था शायद...
इस विराने में इतनी रोशनी है के माहताब भी नज़रे चुराए,
मैं समझी,,, आपने इन्हें नज़र उठा के देखा था शायद....
फिर मैंने सोचा,
के क्या ये मुमकिन है के आप इस गली में हो और मैं बेखबर रहूँ ?
आँख खुलते ही ये यकीन हुआ...
के मैंने य इ एक हसीं ख्वाब देखा था शायद...

Tuesday, May 11, 2010

YOU

They say GOD
I say Small...
They say Trust
I say All...
They say Miracle
I say Life....
They say Wonder
I say Strive....
They say Innocent
I say Heart....
They say Defeat
I say Start...
They say Wild
I say Emotion...
They say Sorrow
I say Fiction...
They say Beautiful
I say True....
They say Love
I say YOU.....