Tuesday, March 15, 2011

उजाले

कभी तो आसमान से उतरे , वो चाँद मेरे नाम हो जाए..
तेरे प्यार से छलकता हर एक जाम हो जाए...
उजाले अपनी यादों के मेरे पास रहने दो...
न जाने किस गली में ज़िन्दगी की शाम हो जाए...

No comments:

Post a Comment